डीएवी खरमोरा में याद किए गए डीएवी के संस्थापक महात्मा हंसराज

कोरबा। डीएवी मुख्यमंत्री पब्लिक स्कूल खरमोरा में स्वामी दयानंद सरस्वती के अनुयायी एवम डीएवी स्कूल के संस्थापक महात्मा हंसराज जी का 161 वीं जन्मदिन मनाया गया। इस मौके पर महात्मा हंसराज जी के जयंती के उपलक्ष्य में स्कूल प्रबंधन द्वारा हवन यज्ञ का आयोजन किया गया तो वही स्कूल के प्राचार्य हेमन्तो मुखर्जी ने स्वामी हंसराज जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बच्चों को उनके पदचिन्हों पर चलने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर स्कूल के प्राचार्य मुखर्जी द्वारा अपने संक्षिप्त उद्बोधन में यह भी कहा गया कि महात्मा हंसराज जी ने डीएवी स्कूल के लिए बहुत बड़ा योगदान दिया है साथ ही उन्होंने हंसराज जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उन्होंने गुरु दत्त विद्यार्थी के साथ मिलकर 1 जून 1986 को लाहौर में दयानंद एंग्लो वैदिक स्कूल सिस्टम डीएवी की स्थापना की, जहां दयानंद की याद में पहला डीएवी स्कूल स्थापित किया गया था। वे स्वतंत्रता सेनानी लाला लाजपत राय के हम वतन भी थे। महात्मा हंसराज जी ने 25 वर्षों तक डीएवी कॉलेज के अवैतनिक प्रिंसिपल के रूप में कार्य किया और अपना शेष जीवन समाज सेवा में समर्पित कर दिया। कई दयानंद एंग्लो वैदिक शैक्षणिक संस्थान स्थापित किए। आज यही वजह है कि डीएवी देश में एक हजार से अधिक कॉलेज स्कूल व्यावसायिक और तकनीकी संस्थाएं संचालित हो रही है। इस अवसर पर प्राचार्य श्री मुखर्जी के निर्देशन पर संस्कृत की शिक्षिका मालती श्रीवास सहित अन्य शिक्षक-शिक्षिकाओं व स्कूली बच्चों द्वारा हवन यज्ञ का आयोजन किया गया, जहां हवन यज्ञ के उपरांत स्कूल प्रबंधन द्वारा स्कूली बच्चों को हंसराज जी के जन्मदिन के अवसर पर स्कूली बच्चों को प्रसाद का वितरण भी किया गया। साथ ही स्कूल में अध्यनरत कक्षा दसवीं की छात्रा पल्लवी चंद्रा ने स्वामी हंसराज के जीवन पर भाषण दिया और उनके जीवन पर प्रकाश डाला। स्कूल के कक्षा तीसरी के छात्र भावेश साहू ने भी स्वामी हंसराज की वेशभूषा धारण कर स्टेज में परफॉर्मेंस दिया। इस मौके पर डीएवी मुख्यमंत्री पब्लिक स्कूल खरमोरा के सभी स्टाफ सहित स्कूली बच्चे बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।