राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल को अचानक बुलाया गया दिल्ली, प्रभार वाले जिलों में टिकट वितरण को लेकर फंसा पेंच, प्रत्याशियों के नाम होंगे फाइनल
कोरबा। प्रदेश में भाजपा ने 5 विधानसभा सीट छोड़कर बाकी सभी 85 सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर दिया। लेकिन कांग्रेस की ओर से अभी तक सूची जारी नहीं हुई है। कई सीट पर टिकट बंटवारे को लेकर पेंच फंसा हुआ है। जिसे लेकर दिल्ली में मंत्रणा शुरू हो गई है। इसी सिलसिले में शुक्रवार को राजस्व मंत्री जय सिंह अग्रवाल को अचानक दिल्ली से हाईकमान ने बुलाया। उस समय वे चुनावी तैयारी में व्यस्त थे। उनके कई कार्यक्रम निर्धारित थे जिन्हें स्थगित कर वे तत्काल दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं। वजह राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल चयन समिति के सदस्य हैं। प्रदेश के कई सीटों पर उनकी अच्छी खासी पैठ हैं। उपचुनाव की कमान भी उन्होंने संभाली जिसमें कांग्रेस जीती भी थी। कांग्रेस के प्रत्याशियों की सूची जारी करने से पहले जहां टिकट वितरण को लेकर पेंच फंसा है वहां के लिए मंत्रणा की जाएगी। विधानसभा अध्यक्ष डा चरण दास महंत समेत अन्य दिग्गज भी दिल्ली गए हैं।
जिससे वे अपने प्रभार वाले जिले के विधानसभा में ज़िताउ प्रत्याशियों का ठीक तरह से चयन कर सके। बेहतर चुनावी तैयारी और सटीक प्रत्याशी के चयन में प्रदेश के कुछ कद्दावर नेताओं की रायशुमारी ली जा रही है। राजस्व मंत्री प्रदेश के जिन-जिन जिलों के प्रभार पर रहे हैं। वहां उनके कार्यों को सराहना मिली है। कार्यकर्ताओं में बेहतर पकड़ भी है। अब जब टिकट फाइनल होने जा रहा है। तब हाई कमान ने ऐसे नेताओं को याद किया है। जो की धरातल की चुनौतियों को समझते हैं। कांग्रेस आने वाले चुनाव में प्रत्याशी चयन को लेकर कोई चूक नहीं करना चाहती है। इस दिशा में कांग्रेस हाई कमान का नजरिया बिल्कुल साफ है। टिकट वितरण में कोई त्रुटि न हो किसी भी ऐसे कैंडिडेट को टिकट न मिले जो जीतने की क्षमता ना रखता हो। इसकी पुष्टि कर सूची पर अंतिम निर्णय के पहले हाई कमान ने राजस्व मंत्री को बुलाया है। राज्य के सभी मंत्रियों को टिकट दिया जाना पहले ही तय किया जा चुका है।